1. पहली वस्तु-सत्य अर्थात यथार्थ कथन . 2. हास्य / व्यन्ग्य / सो कोल्ड यथार्थ कथन में भी नहीं... 3. यथार्थ कथन है आपका मेरे ब्लॉग पर पधार कर “सुख” की पड़ताल को देखें पढ़ें आपका स्वागत है http: //manoria.blogspot.com4. आज भी बडबोले धार्मिक ज्ञाता जनता को गुमराह करने हेतु ' यथार्थ कथन ' को ' मूर्खतापूर्ण कथन ' कहते नहीं अघाते हैं. 5. कलयुग या यथार्थ कथन के नाम पर उन सर्वमान्य, विश्वमान्य सत्यों की बुराई करने से भ्रान्तियां फ़ैलती हैं और आदर्शों के प्रति अनास्था... 6. रेणु ने मैला आंचल में बहुत ही यथार्थ कथन किया है-“ जात-पात नहीं मानने वालों की भी जाति होती है ” । 7. उनकी कविताओं की विशेषता यथार्थ कथन , दृढतापूर्वक अपनी आस्था की स्थापना तथा उन बातों को चुनौती देना है, जिन्हे वे राष्ट्र के लिये उपयोगी नहीं समझते थे। 8. उनकी कविताओं की विशेषता यथार्थ कथन , दृढतापूर्वक अपनी आस्था की स्थापना तथा उन बातों को चुनौती देना है, जिन्हे वे राष्ट्र के लिये उपयोगी नहीं समझते थे।